Shikha Arora

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लेखनी प्रतियोगिता -04-Jun-2022 - रौनक

रौनक

रौनक हो जाएगी जब महफ़िल,
मिल जाएगा तुमको तब साहिल,
पैमाना जो मयखाने में छलका,
नवाबों की दुनिया में होगा काबिल।
काफ़िर न कभी बनने देना मुझे,
मेरी ही कसम है जाने तमन्ना तुझे,
एहसान बस इतना सा कर जाना,
अरमान अब न रहे मेरे बुझे बुझे।
सितारों की चमक ही बहुत होगी,
रातों में सरगोशी भी बहुत होगी,
चांद में भी जब आ जाएगी रौनक,
तेरे चेहरे पर मुस्कुराहट बहुत होगी।
खुल जाएगी जब यहां जुल्फें तेरी,
तुझसे तब जुदा न होंगी राहें मेरी,
रौनक मेरी भी जिंदगी में आ जाए,
जो दिख जाए एक बार सूरत तेरी।।

दैनिक प्रतियोगिता हेतु
शिखा अरोरा (दिल्ली)

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12 Comments

Seema Priyadarshini sahay

06-Jun-2022 12:03 PM

बहुत खूब

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Joseph Davis

06-Jun-2022 12:05 AM

Nyc

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Saba Rahman

05-Jun-2022 11:13 PM

Nyc

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